Add To collaction

द गर्ल इन रूम 105–६

सभी ने अपनी जगह पर खड़े होकर इस फैसले का अभिवादन किया। जारा अपनी ट्रॉफी लेने आई। मैं पागलों की तरह तालियां बजा रहा था। मेरे हॉस्टल के एक साथी ने मुझे कहा कि मुझे सीटी बजानी चाहिए। मैंन आपको बताया या नहीं कि आईआईटी दिल्ली में मुझसे जोरदार सीटी कोई नहीं बजा सकता था? मैंने जोरदार सीटी बजाई। यह किसी डिबेट कॉन्टेस्ट के बजाय किसी फुटबॉल मैच के लिए ज्यादा अनुरूप थी। एक बार फिर अनेक इंटेलेक्चुअल टाइप लोगों की नज़रें मेरी तरफ घूम गई। शायद वे यही सोच रहे थे कि मेरे जैसे फूड आदमी को यहां किसने आने दिया।

मेरी सीटी ने जारा का ध्यान खींचा। उसने मेरी तरफ देखा और मुस्करा दी। मैंने सीटी बजाने के लिए अपने मुंह में डाली उंगलिया बाहर निकाल ली। 'ड्यूड, ईजी वो तुम्हारी गर्लफ्रेंड है क्या?' मेरे पास खड़े एक लड़के ने कहा।

नहीं, है तो नहीं, लेकिन बन जाएगी। मैं यही कहना चाहता था। लेकिन मैं हॉल के बाहर निकल आया और फूड स्टॉल्स की ओर चलने लगा।

'मुझे चीयर करने के लिए शुक्रिया।"

उसकी आवाज सुनकर मैं जैसे ठिठक ही गया। 'जारा?' मैंने पीछे पलटते हुए कहा

'हो नाइस कॉलेज तुम यहीं के हो?

'हो और तुम?' मैंने कहा। दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग बंद मार्क्स से आईआईटी मिस कर गई। शायद मैं इतनी स्मार्ट नहीं 'तुम डेफिनेटली मुझसे तो ज्यादा ही स्मार्ट हो।" भी।'

हम मेन रोड तक चले आए, जहां ढेर सारे फूड स्टॉल सजे हुए थे।

'तो जब तुम लोग चलते हुए जा रहे थे, तो जाना ने तुमसे पूछा कि क्या तुम्हें भूख लगी है और फिर तुम लोगों ने

साथ में खाना खाया और फोन नंबर्स एक्सचेंज किए... सौरभ ने मुझे बीच में ही टोकते हुए कहा।

'व्हॉट? तुम्हें ये सब कैसे मालूम? मैंने कहा। एक वेटर ने हमें बालकनी में देखा तो ट्रे में ड्रिंक्स ले आया। सौरभ के रोकने के बावजूद मैंने व्हिस्की का एक गिलास उठा ही लिया।

'अरे, भाई, प्लीज तुमने एक प्लेन डोसा ऑर्डर किया। उसने परांठा मंगवाया। परांठा अच्छा नहीं था तो

तुमने उसे अपना डोसा दे दिया। इसके बाद जो हुआ वह तो अब इतिहास है। चलो अब अंदर चलें में यहां सदी

जमकर बर्फ हुआ जा रहा हूँ।'

उसने बाहें समेट लीं। मैंने व्हिस्की का एक बड़ा-सा सिप लिया। वह मेरे हलक से नीचे कुछ ऐसे उत्तरी, जैसे

आग की छोटी-सी गेंद हो। 'अ ड्रिंक, 'मैंने कहा। इससे तुम्हें कम सर्दी लगेगी।

'नॉट रियली एल्कोहल से तो उल्टे हीट लॉस हो जाता है।"

गोलू से जेईई की कैमिस्ट्री यहां मत पका से न्यू ईयर्स ईव है, मैंने कहा मैंने गिलास उसके मुंह की और बड़ाया। उसने मेरी तरफ देखा और फिर झिझक से एक घूंट पी लिया।

'गुड जॉब, मान गोलू' मैंने कहा 'तो तुम्हे डोसे वाली बात भी मालूम है तब तुम जानना चाहोगे कि

हमारी अगली मुलाकात कैसे हुई? द फर्स्ट रियल डेट

"प्लीज़, नो, भाई। अंदर चलकर स्टाफ के साथ रहते हैं। वे लोग पहले ही हमें एंटीसोशल समझते हैं।' "उनकी ऐसी की तैसी। हमें इस जॉब से ही नफ़रत है तो लोगों से कैसे घुलेंगे मिलेंगे?'

उन लोगों से थोड़ा बात करने की कोशिश तो कर सकते हैं।" 'एक मिनट मैं एक कॉल करके आया।"

मैंने अपना फोन निकाला और जारा का कॉन्टैक्ट बोला। सौरभ ने उसकी तस्वीर देख ली।

'नहीं, भाई, नहीं, वह मेरा फोन लेने आगे बढ़ा। मैं दौड़ पड़ा।

   0
0 Comments